Not known Facts About bhoot wala kahani

Wiki Article

उस जंगल में रहने वाले को लोग छलावा कहते है और जो कोई भी उसके पीछे जाता है वो फिर कभी लौट कर नहीं आता।

अंत में वे गुफा के द्वार पर पहुँचे। गुफा बहुत बड़ा था और जंगल से ढका हुआ था। धड़कते दिल के साथ, राम और सोनू ने अंदर कदम रखा। गुफा नम थी और अंदर अँधेरा था। वे दोनों टोर्च जलाकर अंदर जाने लगे।

When recovering, Prithvi hallucinates of your ship and his wife and daughter. Within a flashback, it truly is discovered they drowned as a result of poor security gear over a river-rafting holiday he experienced prepared.

एकदिन गांब के कुछ साहसी बच्चे उस भूतिया घर में जाने का और उस घर में घूमने का फैसला किया। बच्चे जब घर के सामने गए तो देखा सिर्फ खिरकी खुली हुई है। और बे सभी उसी खिरकी से अनादर चले गए। बे अँधेरे में घर के अंदर घूम ही रहे थे की अचानक से खिरकी बंद हो गई। यह देखकर सारे बच्चे डर गए।

सोनू के पापा : क्या हुआ बेटा तुम उदास क्यूं हो ?

मोहन का पूरी दुनिया में कोई नहीं था तो उम्र बढ़ने के साथ उसे अपनी शादी की चिंता सताने लगी थी। इसलिए, वह अक्सर लोगों से पूछा करता था कि उसकी शादी कहां और किससे होगी?

उसके बाद से, गाँववाले भूत की कहानी में यह नया दृष्टिकोण लाए और उन्होंने उस आदमी और महिला के साथ अच्छे संबंध बनाए। यह कहानी बताती है कि कभी-कभी हमें विश्वास करने से पहले और लोगों को अच्छे से जानने का प्रयास करना चाहिए, क्योंकि सत्य हमेशा अनछुपा होता है।

इसके बाद से, गाँववाले भूतों के साथ दोस्ती करने लगे और हर साल वहां मेला आयोजित किया जाता था जिसमें सभी एक साथ मिलकर मस्ती करते थे। राज ने यह सिखा कि किसी चीज़ से डरने से पहले, हमें उसे अच्छे से समझना चाहिए। डर वास्तव में कभी-कभी हमारी अनजानी में ही होता है, और जब हम उससे निपट लेते हैं, तो हम अच्छे दोस्त बना सकते हैं।

रात को जब भूत पेड़ read more से निकलकर गांव में प्रवेश करता है तो किसान हाथों में मशाल लिए चारों ओर उजाला कर देते हैं। रोशनी को देखकर भूत डर जाता है और वापस पेड की ओर भाग जाता है। वहीं, गांव वाले भी उसके पीछे-पीछे पेड़ के पास पहुंच जाते हैं। रोशनी में साधू भूत को पेड़ से बांध देता है और फिर गांव वाले भूत को उस पेड़ के साथ ही जला देते हैं। इस तरह से गांव वालों को भूत की समस्या से निजात मिल जाता है।

कहानियाँ बचपन का एक खूबसूरत हिस्सा हैं । बच्चों के रूप में, हमने साहस, रोमांच और मस्ती की उन सभी अद्भुत कहानियों को जीया है, जो हमारे माता-पिता और दादा-दादी ने हमें बताई हैं। अब माता-पिता के रूप में, आप अपने बच्चों को किस्से सुनाना पसंद करेंगे 

Namrata Joshi in the Hindu wrote that the film "floats alongside swimmingly and perches promisingly effectively in the interval till the curse of the second 50 percent gets to afflict it severely."[17] Ronak Kotecha on the Times of India gave the film two.5 stars away from five stating that the movie "isn’t convincing enough to generate your hold out worth it. To get a horror movie, ‘Bhoot Aspect Just one the Haunted Ship’ falls short of sending chills down your backbone.

राजा की आत्मा ने युवक को अद्भुत जगहों की ओर ले जाया और वह विभिन्न अद्भूत रहस्यों का सामना किया। युवक को यह अनुभव होता है कि कब्रिस्तान रात के समय में ही अपनी असली सौंदर्य और रहस्यों को प्रकट करता है।

एक दिन पहलवान के पास वाले रस्ते से एक ब्राह्मण और एक नाई (हजाम) दूसरे देश में विवाह की रस्म करने जा रहे थे। उनको रास्ते में पहलवान मिल गया। पहलवान ने ब्राह्मण और नाई से भी वही सवाल पूछा - मेरा विवाह किधर होगा? 

. और जो भी हुआ के पास से जाता अपनी बनाई मशीन से उनका सामान अंदर खींच लेता… 

Report this wiki page